#प्रयागराज कुंभ
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radhikafitnesslover · 4 days ago
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Maha Kumbh Mela Prayagraj 2025 में कहां और कब लगेगा महाकुंभ मेला? जानें सभी प्रमुख जानकारीKumbh Mela Prayagraj 2025: हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ मेला साल 2025 में प्रयागराज में होगा। जानें इस आयोजन की महत्वपूर्ण तिथियां, शाही स्नान के दिन, और पौराणिक कथाओं के रोचक तथ्य।
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bhaktibharat · 10 months ago
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☀️ मकर संक्रांति - Makar Sankranti
❀ अधिकांश हिंदू त्योहार चंद्रमा की स्थिति के अनुसार मनाये जाते हैं, लेकिन यह त्योहार सूर्य के चारों ओर प्रथ्वी द्वारा की जाते वाली परिक्रमा की गणना के आधार पर मनाया जाता है। ❀ जब सूर्य धनु से मकर राशि या दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर स्थानांतरित होता है, तब मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है। ❀ आदि गुरु शंकराचार्य के अनुसार गांगजी, गंगा सागर, कुंभ और प्रयागराज में स्नान करना चाहिए। ❀ इस त्योहार पर सूर्य की उपासना की जाती है। ❀ लोग व्रत स्नान के बाद अपनी क्षमता के अनुसार कुछ न कुछ दान अवश्य करते हैं। 📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/makar-sankranti
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🎋 पोंगल - Pongal 📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/pongal
💦 गंगा सागर स्नान - Gangasagar Mela 📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/gangasagar-mela
🎋 पौष संक्रांति - Poush Sankranti 📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/poush-sankranti
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indlivebulletin · 1 day ago
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क्या कुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर बैन लगाना जरूरी है? देवकीनंदन ठाकुर ने बताया
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल पूरे 12 साल बाद कुंभ का महा आयोजन होने जा रहा है लेकिन इस बार संतो ने मांग उठाई कि कुंभ के मेले में मुसलमानों की एंट्री बैन कर दी जाए. इसको लेकर टीवी9 भारतवर्ष के फाइव संपादक शो में आए देवकीनंदन ठाकुर से बात की गई. उन्होंने इस पर जवाब दिया कि कुंभ के मेले में मुसलमानों की एंट्री पर बैन लगाना जरूरी क्यों था. देवकीनंदन ठाकुर से पूछा गया कि क��ंभ के मेले में…
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akashdigital01 · 24 days ago
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jeevanjali · 1 month ago
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Mahakumbh 2025: यहां देखें महाकुंभ शाही स्नान की तिथियां, और महत्वMahakumbh 2025: हम सभी जानते हैं कि महाकुंभ मेला हर 12 साल में आयोजित किया जाता है। इस बार यह आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने जा रहा है। इसके अलावा कुंभ मेला हर 3 साल और अर्धकुंभ मेला हर 6 साल में आयोजित किया जाता है।
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sharpbharat · 5 months ago
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Jharkhand ranchi gyan mahakumbh : फ़रवरी में प्रयागराज में ज्ञान महाकुंभ आयोजित करेगा शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, देश के चार क्षेत्रों में ज्ञान कुंभ के बाद फ़रवरी में ज्ञान महाकुंभ होगा आयोजित
राँची : शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास अगले वर्ष फरवरी में प्रयागराज में ज्ञान महाकुंभ का आयोजन करेगा. देश के चार क्षेत्रों में ज्ञान कुंभ के आयोजन के पश्चात फरवरी में ज्ञान महाकुंभ का आयोजन होगा. न्यास के अतुल कोठारी ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि इस ज्ञान महाकुंभ के आयोजन में शिक्षा के सभी घटक एकत्र होकर देश की शिक्षा में सकारात्मक परिवर्तन लाने पर मंथन करेंगे. उन्होंने बताया कि प्रयागराज के…
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tourwithdunia · 6 months ago
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Prayagraj Me Ghumne Ki Behtreen Jagah
प्रयागराज जिसे हम इलाहाबाद के नाम से भी जानते हैं जिस हिंदू धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल माना जाता है ! और इसी जगह पर लगता है दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला जिसे हम कुंभ मेले के नाम से जानते हैं जो की प्रयागराज में हर 12 साल में लगता है भारत के उत्तर प्रदेश की एक ऐसी सिटी जहां पर हम देख पाते हैं त्रिवेणी संगम भारत की सबसे बड़ी नदिया गंगा यमुना और सरस्वती का संगम प्रयागराज में ही है यहां पर 52 शक्ति पीठों में एक अलोपी देवी शक्तिपीठ भी प्रयागराज में ही स्थित है
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ourkanpur · 9 months ago
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100 करोड़ से बंद होंगे गंगा में गिर रहे नाले
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वर्ष 2025 में प्रयागराज में होने वाले कुंभ मेले से पहले गंगा में एक बूंद भी दूषित पानी नहीं गिरेगा. आचमन के लिए पूरी तरह से शुद्ध गंगा जल मिलेगा. यह बात केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र ङ्क्षसह शेखावत ने शुक्रवार को टेनरी एफ्लुएंट ट्रीटमेंट एसोसिएशन द्वारा वाजिदपुर में बनाए जा रहे 20 एमएलडी के कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट(सीईटीपी) के निरीक्षण के दौरान कहीं.
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ragbuveer · 9 months ago
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*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (चतुर्दशी वअमावस्या तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#bageshwardhamsarkardivyadarbar
#kedarnath
#badrinath
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक:-09-फरवरी-2024
वार:-------शुक्रवार
तिथी:---14चतुर्दशी:-08:03/30अमावस्या:28:29
पक्ष:-------कृष्णपक्ष
माह:--------म��घमास
नक्षत्र:-------श्रवण:-23:29
योग :-----व्यतिपात:-19:07
करण:-----शकुनि:-08:03
चन्द्रमा:------मकर
सूर्योदय:-----07:22
सूर्यास्त:------18:22
दिशा शूल-----पश्चिम
निवारण उपाय:----दही का सेवन
ऋतु :--------शिशिर ऋतु
गुलीक काल:-08:46से 10:08
राहू काल:---11:30से12:52
अभीजित---11:55से12:45
विक्रम सम्वंत .........2080
शक सम्वंत ............1945
युगाब्द ..................5125
सम्वंत सर नाम:------पिंगल
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-07:22से08:46तक
लाभ:-08:46से10:08तक
अमृत:-10:08से11:30तक
शुभ:-12:52से14:14तक
चंचल:-16:58से18:22तक
🌗चोघङिया रात🌓
लाभ:-21:34से23:12तक
शुभ:-00:48से02:26तक
अमृत:-02:26से04:04तक
चंचल:-04:04से05:42तक
आज के विशेष योग
वर्ष का323वा दिन, सर्वसिद्धि योग 07:18 से 23:29 तक, देवपितृ कार्ये मौनी अमावस्या, प्रयागराज स्नान, मेला शुक्र उषा. पर12:10, महोदय योग 08:02से 19:07, अन्वाधान, त्रिवेणी अमावस्या (उड़ीसा), थै अमावस्या (दक्षिण भारत), मकर वायु (केरल), द्बापर युगादि, मेला हरिद्वार व प्रयागराज, व्यतिपात पुण्य,
🌹 👉 टिप्स 👈🌹
माघमास में तिल का सेवन करे।
*सुविचार*
मीठा सा होता है सफर ज़िन्दगी का बस कड़वाहट तो किसी से ज्यादा उम्मीद रखने से होती है...👍🏻 राधे राधे...
*💊💉आरोग्य उपाय🌿🍃*
*नेत्र ज्योति बढ़ाने के लिएः*
1. इन्द्रवरणा (बड़ी इन्द्रफला) के फल को काटकर अंदर से बीज निकाल दें। इन्द्रवरणा की फाँक को रात्रि में सोते समय लेटकर (उतान) ललाट पर बाँध दें। आँख में उसका पानी न जाये,यह सावधानी रखें। इस प्रयोग से नेत्रज्योति बढ़ती है।
2. त्रिफला चूर्ण को रात्रि में पानी में भीगोकर,सुबह छानकर उस पानी से आँखें धोने से नेत्रज्योति बढ़ती है।
3. जलनेति करने से नेत्रज्योति बढ़ती है। इससे आँख, नाक, कान के समस्त रोग मिट जाते हैं।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
जीवनसाथी के स्वास्‍थ्य की चिंता रहेगी। कार्यों में बाधा आएगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ के अवसर बढ़ेंगे। अस्वस्थता रहेगी।
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
शुभ समाचार मिलेंगे। मान-सम्मान बढ़ेगा। शत्रु परास्त होंगे। दुष्ट लोगों से दूर रहें। विरोधी षड्यंत्र करेंगे। कई दिनों के रुके कार्य होने के अवसर हैं।
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
पराक्रम से विजय मिलेगी। मान-सम्मान बढ़ेगा। शोक समाचार मिल सकता है। यात्रा हो सकती है। निवेश के लिए समय ठीक है।
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
मानसिक क्लेश हो सकता है। व्यय की अधिकता रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। यात्रा में दुर्घटना हानि से बचना होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक रहेगा।
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
रुका हुआ धन वापस आएगा। यात्रा लाभदायक होगी। शत्रु परास्त होंगे। लाभ के अवसर बनेंगे। शुभ समाचार मिलेंगे। घरेलू उलझनों को अनदेखा न करें।
👸🏻 *राशि फलादेश कन्या* :-
संतान पक्ष की चिंता रहेगी। कीमती वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय धीमी गति से चलेगा। निवेश में सतर्कता बरतना होगी।
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
दुर्घटना से बचें। अज्ञात भय, चिंता होगी। धार्मिक यात्रा, दान-पुण्य मे खर्च होगा। सरकारी कार्यों में गति आएगी। लाभ के अवसर बढ़ेंगे।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
वाहन-मशीनरी का प्रयोग सावधान से करें। विव��द इत्यादि से दूर रहें। जोखिम-जमानत के कार्यों में सावधानी बरतें। शत्रु परास्त होंगे।
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
जीवनसाथी से सुख तथा लाभ मिलेगा। प्रसन्नता बढ़ेगी। व्यापार-व्यवसाय तथा निवेश से लाभ मिलेगा। यात्रा होगी। आय से व्यय अधिक होंगे।
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
संपत्ति का कार्यों से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय निवेश के कार्यों से लाभ होगा। नौकरीपेशा से अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। यात्रा लाभकारी होगी।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
मान-सम्मान बढ़ेगा। मेहमान आएंगे। बौद्धिक कार्यों में सफलता मिलेगी। शत्रु पर विजय मिलेगी। दुष्ट जनों से हानि होगी। व्यापार लाभप्रद रहेगा।
🐬 *राशि फलादेश मीन* :-
चारों तरफ विरोध होगा। कलह-विवाद होगा। शत्रु परेशान करेंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक न रहेगा। निवेश न करें। शत्रुओं से सावधान रहें।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
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currenthunt · 10 months ago
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गंगासागर मेला
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने दो अलग-अलग मु��्दों पर अपनी मांग रखी, पहला बांग्ला के लिये शास्त्रीय भाषा का दर्जा, जो विश्व की 7वीं सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है और गंगासागर मेले को राष्ट्रीय मेले का दर्जा। गंगासागर मेला - गंगासागर मेला, जो मकर संक्रांति (जनवरी के मध्य) के दौरान लगता है, कुंभ मेले के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा तीर्थ मेला है। - यह वार्षिक तीर्थ मेला लाखों लोगों को गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम पर स्थित सागर द्वीप की ओर आकर्षित करता है एवं प्रसिद्ध राजा भागीरथ द्वारा गंगा के पृथ्वी पर अवतरण का स्मरण कराता है। मेले को राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त होने के लाभ - पश्चिम बंगाल सरकार गंगासागर मेले को राष्ट्रीय दर्ज़ा देने की मांग कर रही है, जिससे केंद्रीय वित्त पोषण और बुनियादी अवसंरचना के वि���ास में वृद्धि होगी, जिससे पश्चिम बंगाल में पर्यटन एवं आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। भारत में अन्य प्रमुख मेले - कुंभ मेला: यह हर 12 वर्ष में चार बार मनाया जाता है, यह प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में चार पवित्र नदियों पर चार तीर्थस्थलों के बीच आयोजित किया जाता है  है। - अर्द्ध कुंभ मेला हर छठे वर्ष केवल दो स्थानों, हरिद्वार और प्रयागराज में आयोजित किया जाता है। - और प्रति 144 वर्ष बाद एक महाकुंभ का आयोजन होता है। - पुष्कर मेला: पुष्कर मेला राजस्थान के पुष्कर शहर में आयोजित होने वाला वार्षिक पाँच दिवसीय ऊँट और पशुधन मेला है। - यह विश्व के सबसे बड़े पशु मेलों में से एक है। - हेमिस गोम्पा मेला: भारत के सबसे उत्तरी कोने में, लद्दाख के ठंडे रेगिस्तान में 300 वर्ष पुराना वार्षिक मेला मनाया जाता है जिसे हेमिस गोम्पा मेले के नाम से जाना जाता है। - हेमिस मठ द्वारा गुरु पद्मसंभव की जयंती पर मेले का आयोजन किया जाता है। - गंगासागर मेले को हाल ही में समुद्र के बढ़ते स्तर और सागर द्वीप पर कपिल मुनि मंदिर के पास समुद्र तट के कटाव के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। कटाव का मुकाबला करने के लिये ड्रेजिंग और टेट्रापॉड के बावजूद स्थिति अनिश्चित बनी हुई है। शास्त्रीय भाषाएँ - 2004 में भारत सरकार ने "शास्त्रीय भाषाएँ" नामक भाषाओं की एक नई श्रेणी बनाने का निर्णय लिया। - 2006 में इसने शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्रदान करने के लिये मानदंड निर्धारित किये। अब तक 6 भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है। क्रमांकभाषाघोषित वर्ष1.Sतमिल20042.संस्कृत20053.तेलुगु20084.कन्नड़20085.मलयालम20136.ओडिया2014 Read the full article
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hinduactivists · 10 months ago
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मकर संक्रांति हिंदूओं का बहुत बड़ा पर्व है। इसी दिन से ऋतु परिवर्तन होने लगता है। मकर संक्रांति के दिन प्रयागराज संगम में स्नान करने से चारों धामों की यात्रा के बराबर फल और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन समस्त देवी देवता त्रिवेणी संगम पर आते है।
जानिए मकर संक्रांति क्यों ��नाई जाती है?
शनिदेव के काले होने की वजह से उनके पिता सूर्यदेव उन्हें पसंद नहीं करते थे। जिसके कारण सूर्यदेव ने शनिदेव को उनकी माता छाया से अलग कर दिया। इससे दुखी होकर छाया ने सूर्यदेव को कुष्ठ रोगी होने श्राप दिया। फिर सूर्यदेव के दूसरे पुत्र यमराज ने अपने तप से सूर्यदेव को ठीक किया। रोगमुक्त होने के बाद सूर्यदेव ने गुस्से में शनि के घर कुंभ को जला दिया। जब सूर्यदेव का क्रोध शांत हुआ। तब वह शनिदेव के घर गए। तब शनि ने जले हुए घर में बचे काले तिल देकर अपने पिता सूर्य का स्वागत किया था। फिर सूर्यदेव ने उनको नया घर मकर दिया। इसलिए मकर संक्रांति पर तिल का बिशेष महत्व है। मकर संक्रांति को भारत के अलग अलग राज्यों में भिन्न भिन्न नामो से जाना जाता हैं।
15 जनवरी 2023
उत्तर प्रदेश : मकर संक्रांति को खिचड़ी पर्व कहा जाता है । सूर्य की पूजा की जाती है । चावल और दाल की खिचड़ी खाई और दान की जाती है ।
उत्तराखण्ड
इस दिन (उत्तरायणी) को बड़े ही हर्षोलाश के साथ मनाया जाता है। कई स्थानो पर मेले का आयोजन किया जाता है जिसे कुमायूं में उत्तरायणी मेला तथा गढवाल में गिन्दी कौथिक कहते हैं। इस दिन जलेबी खाने का भी प्रचलन है।
गुजरात और राजस्थान : उत्तरायण पर्व के रूप में मनाया जाता है। पतंग उत्सव का आयोजन किया जाता है ।
आंध्रप्रदेश : संक्रांति के नाम से तीन दिन का पर्व मनाया जाता है
तमिलनाडु : किसानों का ये प्रमुख पर्व पोंगल के नाम से मनाया जाता है । घी में दाल-चावल की खिचड़ी पकाई और खिलाई जाती है ।
महाराष्ट्र : लोग गजक और तिल के लड्डू खाते हैं और एक दूसरे को भेंट देकर शुभकामनाएं देते हैं।
पश्चिम बंगाल : हुगली नदी पर गंगा सागर मेले का आयोजन किया जाता है ।
असम : भोगली बिहू के नाम से इस पर्व को मनाया जाता है ।
पंजाब : एक दिन पूर्व लोहड़ी पर्व के रूप में मनाया जाता है।
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radhikafitnesslover · 4 days ago
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Maha Kumbh 2025 Is Going To Be Held In Prayagraj, It Has A Special Connection With Makar Sankranti - Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में लगने जा रहा है महाकुंभ, मकर संक्रांति से होता है विशेष संबंध- My JyotishMaha Kumbh 2025: प्रयागराज में वर्ष 2025 में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है और कुंभ का संबंध मकर संक्रांति से बताया गया है।
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bhaktibharat · 9 months ago
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🤫 मौनी अमावस्या - Mauni Amavasya
✨ मौनी शब्द मौन से उत्पन्न हुआ है यानी इस दिन मौन रहकर व्रत करना चाहिए। मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत धारण कर मन को संयमित करके काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि से दूर रखना चाहिए।
💦 मान्यताओं के अनुसार इस दिन पवित्र संगम में देवताओं का निवास होता है, इसलिए इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है।
🪔 मान्यता है कि इसी दिन जैन संप्रदाय के प्रथम तीर्थंकार ऋषभ देव ने अपनी लंबी तपस्या का मौन व्रत तोड़ा था और संगम के पवित्र जल में स्नान किया था।
💦 प्रयागराज कुंभ | 🤫 मौनी अमावस्या | 🌚 अमावस्या 👇 📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/mauni-amavasya
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For Quick Access Download Bhakti Bharat APP: 📥 https://play.google.com/store/apps/details?id=com.bhakti.bharat.app
🪔 श्री गंगा आरती - Shri Ganga Aarti 📲 https://www.bhaktibharat.com/aarti/shri-ganga-maiya-ji
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indlivebulletin · 6 days ago
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हिसार : कुंभ मेले में अनुराधा पौडवाल व सद्गुरु मां उषा जगाएंगी पर्यावरण बचाने की अलख
हिसार, 9 नवंबर (हि.स.)। प्रख्यात बॉलीवुड गायिका अनुराधा पौडवाल तथा स्पिरिचुअल हीलर एवं जिले के मैयड़ स्थित सिद्ध महामृत्युंजय योग एवं ज्योतिष अनुसंधान केंद्र की चेयरपर्सन सद्गुरु मां उषा जनवरी माह से प्रस्तावित प्रयागराज कुंभ मेले में मिलकर पर्यावरण बचाने की मुहिम चलाएंगीं। पौडवाल इस समय वल्र्ड क्लाइमेट चेंज फाउंडेशन की ब्रांड अंबेसडर हैं। अनुराधा पौडवाल ने शनिवार को मुंबई में सद्गुरु मां उषा से…
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akashdigital01 · 24 days ago
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jeevanjali · 1 month ago
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Mahakumbh 2025: साल 2025 में कब से शुरु होगा महाकुंभ, जानिए सही डेटMahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हर 12 साल में महाकुंभ मेले का आयोजन किया जाता है. इसके अलावा यहां 3 साल में कुंभ मेला और 6 साल में अर्धकुंभ का आयोजन होता है
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